5 SIMPLE TECHNIQUES FOR पारद शिवलिंग फोटो

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शिव पुराण के अनुसार जो लोग शिवलिंग की पूजा करके महादेव को प्रसन्न करना चाहते हैं, उन्हें सुबह के समय और दोपहर से पहले पूजा कर लेनी चाहिए. तभी ये पूजा विशेष रूप से फलदायी होती है. इसके अलावा याद रखें कि घर में जिस जगह पर शिवलिंग हों, उनके पास पूरा शिव परिवार माता गौरी, गणपति और कार्तिकेय जी को भी बैठाएं.

पारद शिवलिंग की भक्तिभाव से पूजा करने से संतान की प्राप्ति होती है।

पारद और स्फटिक में से कौन-सा शिवलिंग बेहतर होता है?

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मला समजलेला शिव तुमच्या मनातला ह्या मागील पोस्ट मध्ये मी शिवलिंग घरात पुजायचे असेल तर कोणते आणि कसे ह्याबद्दल लिहिले आहे.

इस शिवलिंग की धातु के गुणकारी तत्वों के द्वारा शरीर में उपस्थित सभी प्रकार के रोग, विकार, द्वेष आदि में लाभ मिलता है।

इसके बाद आपको शिवलिंग पर चावल अर्पण करें और मिठाई का भोग भी लगाना चाहिए।

रसात्परतरं लिंग न भुतो न भविश्यति।।    (शिव निर्णय रत्नाकर)

- शुद्ध शहद से रुद्राभिषेक करने से पाप क्षय होते हैं।

जर घरात शिवलिंग ठेवायचे असेल तर सर्वात उत्तम शिवलिंग हे पारद शिवलिंग मानले गेले आहे ह्यावर प्रकाश पाडू.

शिवलिंग के शब्दिक अर्थ की बात की जाए तो शिव का अर्थ 'परम' कल्याणकारी click here है और लिंग का अर्थ 'सृजन' या 'प्रतीक' है। तो, शिवलिंग एक तरह से भगवान शिव का प्रतीक है। पुराणों के अनुसार शिवलिंग के मूल में ब्रह्मा, मध्य में भगवान विष्णु और ऊपर के भाग में भगवान शंकर विराजमान हैं।

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